भेजत हाबव माया म, फिन्जो के दुई सुत
भेजत हाबव माया म, फिन्जो के दुई सुत
बांधी लेबे भईया, मोर राखी ल गा
बांधी लेबे भईया, मोर राखी ल गा
दुरिहा गजब होगे, मइके के अंगना ह, दुरिहा दिये तैं ससुराल
दुरिहा गजब होगे, मइके के अंगना ह, दुरिहा दिये तैं ससुराल
दुरिहा ले सुरता, करत हंव मोर भईया के, दुरिहा ले भेजत हंव पियार
बांधी लेबे भईया, मोर राखी ल गा
बांधी लेबे भईया, मोर राखी ल गा
रही रही आवत हाबय, मइके के सुरता अउ, मइके के डेहरी दुवार
रही रही आवत हाबय, मइके के सुरता अउ, मइके के डेहरी दुवार
कब आबे भईया, लेवाय बर मोला के, कब आही तीजा तिहार
बांधी लेबे भईया, मोर राखी ल गा
बांधी लेबे भईया, मोर राखी ल गा
राखी के बंधना हे, मया के ये बंधना ए, भाई बहिनी के तिहार
राखी के बंधना हे, मया के ये बंधना ए, भाई बहिनी के तिहार
फरय फुले भईया, अउ भउजी के अंगना के, सुख राहय भईया हमार
बांधी लेबे भईया, मोर राखी ल गा
बांधी लेबे भईया, मोर राखी ल गा
भेजत हाबव माया म, फिन्जो के दुई सुत
भेजत हाबव माया म, फिन्जो के दुई सुत
बांधी लेबे भईया, मोर राखी ल गा
बांधी लेबे भईया, मोर राखी ल गा
बांधी लेबे भईया, मोर राखी ल गा
बांधी लेबे भईया, मोर राखी ल गा
बांधी लेबे भईया, मोर राखी ल गा
बांधी लेबे भईया, मोर राखी ल गा
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गायन : कविता वासनिक
संस्था/लोककला मंच : ?
कविता वासनिक
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