मोर चलव रे बैला नांगर के … Mor Chalav Re Baila Nangar Ke

मोर चलव रे बैला नांगर के
मोर चलव रे बैला नांगर के
हम तोर कमाबो जांगर रे
मोर चलव रे बैला
मोर चलव रे बैला नांगर के
हम तोर कमाबो जांगर रे
मोर चलव रे बैला
मोर चलव रे बैला नांगर के~

धरती मांगय मेहनत पानी
जनम जनम के इहि कहानी
धरती मांगय मेहनत पानी
जनम जनम के इहि कहानी
हम तो करबो मेहनत संगी~~
हम तो करबो मेहनत संगी
पानी के मालिक बादर रे
मोर चलव रे बैला
मोर चलव रे बैला नांगर के
हम तोर कमाबो जांगर रे
मोर चलव रे बैला
मोर चलव रे बैला नांगर के~

माई पिल्ला जमो कमाथन
लहू पछीना रोज बोहाथन
माई पिल्ला जमो कमाथन
लहू पछीना रोज बोहाथन
रइथन हम खुसहाल रे संगी~~
रइथन हम खुसहाल रे संगी
खाथन पनियर पातर रे
मोर चलव रे बैला
मोर चलव रे बैला नांगर के
हम तोर कमाबो जांगर रे
मोर चलव रे बैला
मोर चलव रे बैला नांगर के~

दिन दिन सरग छुवय महंगाई
मेहनत आगर घात कमाई
दिन दिन सरग छुवय महंगाई
मेहनत आगर घात कमाई
सब कुछ बने करे तैं मालिक~~
सब कुछ बने करे तैं मालिक
पेट बनाये काबर रे
मोर चलव रे बैला
मोर चलव रे बैला नांगर के
हम तोर कमाबो जांगर रे
मोर चलव रे बैला
मोर चलव रे बैला
मोर चलव रे बैला नांगर के~


गायन शैली : ?
गीतकार : मुकुंद कौशल स्‍व. बसंत दीवान
रचना के वर्ष : ?
संगीतकार : केदार यादव
गायक : केदार यादव
एल्बम : ?
संस्‍था/लोककला मंच : नवा बिहान

केदार यादव

केदार यादव

 

यहाँ से आप MP3 डाउनलोड कर सकते हैं

 

गीत सुन के कईसे लागिस बताये बर झन भुलाहु संगी हो …

13 टिप्पणियां (+add yours?)

  1. राहुल सिंह
    जुलाई 20, 2011 @ 07:49:34

    बढि़या गीत, फेर अब तो थिरकाए के दिन आ गे.

    प्रतिक्रिया

  2. naveen kumar tiwari
    जुलाई 20, 2011 @ 09:35:49

    gitkar mukund koushal ne chattisgarh ke maatiputro ki sahi chitrn is sumadhur geet me ki hai, aur kaaljayee mahangaai par bhi satik tappani ki hai kisan hi chattisgarh ka ridh hai jo mehanat kar apne pure pariwaar ko khet ki sewaa me lagakar desh ko ann detaa hai , maatiputro kao naman,

    प्रतिक्रिया

  3. Dr. Vinod Tandan
    जुलाई 20, 2011 @ 14:04:07

    geet sunke man jhumge

    प्रतिक्रिया

  4. narendra kumar mohanty
    जुलाई 22, 2011 @ 16:21:03

    kaa kahina . e kabita la padh ke mor gaaon surtaa hothe.mor gaaon BHUKTA orissa -chhatishgarh ke border me he.mor gaaon me 95% lok laria buli me baat kartheen aaur HARWALI se PUSPUNI tak har tihar manaatehen.dukh ke baat he ki baila ke jamanaa chalgish aur tactor aagish.kishan har tarah ke taqlif mein he. phir bhi desh ke log mankr khaatir aaur aapan ke kutumbari chalaane khaatir chaas karebar padathe.mein har kishann ko mera pranam karta huun.kavi kedar yadav ke abhaari hun.
    dhanyabad-narendra mohanty
    bhukta,ambahona,bargarh
    cell-9938117198

    प्रतिक्रिया

  5. Gobinda satnami
    जुलाई 23, 2011 @ 05:46:20

    ठोकाच केहे गा हम गरीब लातो पेटेच हा मार ढालीस अउ अकार उप ढीन ढीन के ए महंगाइ … केसे जीबो भला

    प्रतिक्रिया

  6. Harihar Vaishnav
    जुलाई 23, 2011 @ 18:31:11

    Bahunte badhiyaa geet, gaayan au sangeet. Bane laagis sun ke au gun ke ghalo. Geetkaar, gaayak au sangeetkaar sang-sang bhaii Rajesh Chandrakar jii ke ghalo aabhaar.

    प्रतिक्रिया

  7. Harihar Vaishnav
    जुलाई 23, 2011 @ 21:50:22

    Photu ghalo bahunte badhiyaa haawe bhaaii.

    प्रतिक्रिया

  8. rakesh tiwari
    जनवरी 22, 2012 @ 08:12:24

    मोर चलव रे बईला के गीतकार स्‍व. बसंत दीवान जी आय…..बहुत बढिया संकलन…

    प्रतिक्रिया

  9. D R LADER
    जनवरी 14, 2013 @ 16:20:24

    Apratim kedar bhaiya ,tunhar kas koi dusar nai ho sakay

    प्रतिक्रिया

  10. yogesh verma
    जून 15, 2013 @ 14:58:37

    bikat sughar geet he sangi mn hariyage

    प्रतिक्रिया

  11. Chhaliya Ram Sahani 'ANGRA'
    जनवरी 30, 2015 @ 14:08:29

    Kisan ke mehanat ke bharosa haman sabo khatan teen parosa.chhattisgarh ke kisan la jai johar.

    प्रतिक्रिया

  12. Duvarika Bandhe
    अगस्त 18, 2018 @ 20:25:45

    मां कसम भाई बहुत ही अच्छा गीत हे
    मोर दिल मन ल छू लिस
    आपके जैसे कोई अईसन गाना ल
    नई गा सकय बहुत बढ़िया भाई असली
    छत्तीसगढ़िया तो आप हो

    जय छत्तीसगढ़ महतारी

    प्रतिक्रिया

  13. murli manoher verma
    फरवरी 20, 2019 @ 10:40:49

    बहुत सुंदर पुराना दिन याद आ गे

    प्रतिक्रिया

टिप्पणी करे

हमारी यह पेशकश आपको पसंद आई ?
अपना ईमेल आईडी डालकर इस ब्लॉग की
सदस्यता लें और हमारी हर संगीतमय भेंट
को अपने ईमेल में प्राप्त करें.

Join 793 other subscribers

हमसे जुड़ें ...
Twitter Google+ Youtube


.

क्रियेटिव कॉमन्स लाइसेंस


सर्वाधिकार सुरक्षित। इस ब्लॉग में प्रकाशित कृतियों का कॉपीराईट लोकगीत-गाथा/लेख से जुड़े गीतकार, संगीतकार, गायक-गायिका आदि उससे जुड़े सभी कलाकारों / लेखकों / अनुवादकों / छायाकारों का है। इस संकलन का कॉपीराईट छत्तीसगढी गीत संगी का है। जिसका अव्यावसायिक उपयोग करना हो तो कलाकारों/लेखकों/अनुवादकों के नाम के साथ ब्लॉग की लिंक का उल्लेख करना अनिवार्य है। इस ब्लॉग से जो भी सामग्री/लेख/गीत-गाथा/संगीत लिया जाये वह अपने मूल स्वरूप में ही रहना चाहिये, उनसे किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ अथवा फ़ेरबदल नहीं किया जा सकेगा। बगैर अनुमति किसी भी सामग्री के व्यावसायिक उपयोग किये जाने पर कानूनी कार्रवाई एवं सार्वजनिक निंदा की जायेगी...