बखरी के तुमा नार बरोबर मन झूमरें … Bakhri Ke Tuma Nar Barobar Man Jhumare

बखरी के तुमा नार बरोबर मन झूमरें
डोंगरी के पाके चार लेजा लानी देबे
बखरी के तुमा नार बरोबर मन झूमरें
डोंगरी के पाके चार लेजा लानी देबे

ते का नाम लेबे संगी मोर
बखरी के तुमा नार बरोबर मन झूमरें
ते का लानी देबे जोड़ी रे
डोंगरी के पाके चार लेजा लानी देबे

तैंहा, मैं आघु जमाना पछु रे
तैंहा, मैं आघु जमाना पछु रे
कोनों पाए नहीं बांधे ले
मया मा काबु का या ते का नामी लेबे
कोनों पाए नहीं बांधे ले
मया मा काबु का या ते का नामी लेबे
ते का लानी देबे जोड़ी रे
डोंगरी के पाके चार लेजा लानी देबे

हो~~~ हो~~~ हो~~~
हो~~~ हो~~~ हो~~~
हो~~~ हो~~~ हो~~~

मव्हा के गरती कोवा के फरती
मव्हा के गरती कोवा के फरती
फागुन लागे राजा मोर
आजाबे जल्दी रे लेजा लानी देबे
फागुन लागे राजा मोर
आजाबे जल्दी रे लेजा लानी देबे

मया के बोली भरोसा भारी रे
मया के बोली भरोसा भारी रे
तहूँ दगा देबे जोड़ी मोर
लगा लुहुं फांसी का या ते का नामी लेबे
तहूँ दगा देबे जोड़ी मोर
लगा लुहुं फांसी का या ते का नामी लेबे
ते का लानी देबे जोड़ी रे
डोंगरी के पाके चार लेजा लानी देबे

हो~~~ हो~~~ हो~~~
हो~~~ हो~~~ हो~~~
हो~~~ हो~~~ हो~~~

सुनव, जोड़ी कहे, लागे भगवान
सुनव, जोड़ी कहे, लागे भगवान
गोरे गाल मा मैं गोदना
गोदाहूं तेरा नाम लेजा लानी देबे
गोरे गाल मा मैं गोदना
गोदाहूं तेरा नाम लेजा लानी देबे

बखरी के तुमा नार बरोबर मन झूमरें
डोंगरी के पाके चार लेजा लानी देबे
बखरी के तुमा नार बरोबर मन झूमरें
डोंगरी के पाके चार लेजा लानी देबे …


गायन शैली : ?
गीतकार : लक्ष्मण मस्तुरिया
रचना के वर्ष : 1982
संगीतकार : खुमान गिरजा
गायन : लक्ष्मण मस्तुरिया, अनुराग ठाकुर
संस्‍था/लोककला मंच : ?

यहाँ से आप MP3 डाउनलोड कर सकते हैं

गीत सुन के कईसे लागिस बताये बर झन भुलाहु संगी हो …

26 टिप्पणियां (+add yours?)

  1. ghanshyam sinha
    सितम्बर 28, 2010 @ 16:23:47

    me har ye gaana la 5 saal ke reheve ta sune rehev aaj khojege man lagis ta khoje gaana ke sahi uchcharan pata kareve

    प्रतिक्रिया

  2. Chandrahas netam
    दिसम्बर 22, 2010 @ 07:36:05

    ye mera bahut hi priya gana hai mai ese bachpan se sunte aa raha hu gana ke sath sath laxman masturiya bhi mera priya gayak hai

    प्रतिक्रिया

  3. yatendra devangan
    दिसम्बर 29, 2010 @ 18:31:08

    abbad sughghar gana la abbad din bad sene la milis maza aage.

    प्रतिक्रिया

  4. RAHUL KUMAR SAHU
    मार्च 14, 2011 @ 16:16:29

    purana gana la suna ke haman man la khush kar diye ji thank you>>>

    प्रतिक्रिया

  5. sivprasad sajag
    अप्रैल 14, 2011 @ 15:07:21

    ye gana to mor ma base he jab jab ye gane la redio ma sunw din bhar surta kar kar ke gungunawt rahaw. medam Anurag chaohan to mor guruwain dai hare . nache gaye ke jammo gur unkhre se sikhe haw. unkhar gana la ak ber fer sune bar miles sirton chandrakrji ji ha judage. aap man la jatka danyawad dehu kam he.

    प्रतिक्रिया

  6. AMIT
    जून 30, 2011 @ 13:23:51

    AE GANA HAI MOLA ABBAD ACHHA LAGTHE .LAXMAN MASTURIYA KE AWAJ HAR DIL LA CHU JATHE

    प्रतिक्रिया

  7. mukund
    जुलाई 01, 2011 @ 00:24:01

    ye gana bahut hi pyara aur mera sabse pasand ka gana hai

    one of my classic song. dhanyawaad

    प्रतिक्रिया

  8. MERRY
    अक्टूबर 05, 2011 @ 10:16:23

    MAHTARI MAA MAYA HAWAYE BAABU LAA JATAWAT HAWAYE

    BETA BHI KAHAWAT HAWAYE ……………………

    प्रतिक्रिया

  9. Kamlesh Kumar Shukla
    जनवरी 17, 2012 @ 18:46:58

    chandraji la jatka bhi dhanyavaad do kam hai…….

    प्रतिक्रिया

  10. Vicky Ram
    अगस्त 04, 2013 @ 22:02:13

    sabse achha chhattisgarhi gaana

    प्रतिक्रिया

  11. chiteshwar das
    अगस्त 09, 2013 @ 22:12:11

    bahut hi madhur geet hai.

    प्रतिक्रिया

  12. Pappu Kashyap
    सितम्बर 26, 2014 @ 11:43:32

    Jhama Jham Phok…

    प्रतिक्रिया

  13. prateek verma
    दिसम्बर 06, 2014 @ 21:23:25

    Such songs make me feel proud to be from CG.. Many songs now a days are rediculous.. Bt the old songs are the best

    प्रतिक्रिया

  14. Chhaliya Ram Sahani 'ANGRA'
    दिसम्बर 11, 2014 @ 13:24:13

    Dewar karma badgurtur lagthe.

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  15. chandu sahu
    जनवरी 18, 2015 @ 19:09:38

    हमर छत्तीसगढ के नावा पहिचान देवइया सब्बो संगवारी मन ला गाङा गाङा धन्यवाद

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  16. DHANANJAY ANUPAM
    फरवरी 09, 2015 @ 19:04:36

    haman la ye purana gana man la protshahit karna chihiye

    प्रतिक्रिया

  17. deepak kumar sahu
    नवम्बर 03, 2015 @ 10:41:16

    ek dum badiya hai laxman ji kya bat

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  18. रोहित साहु
    दिसम्बर 20, 2015 @ 09:06:47

    अब्बड़ सुघ्घर लागिस

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  19. Dr. RK Soni
    जनवरी 12, 2016 @ 19:23:28

    मोला.बहुत.प्रसन्नता.होईस…….मोर.पसंदीदा..गीत…मन.ए.साईट.म.मिल.गे…..तुंहर.टीम.ला.बहुत.बहुत.धन्यवाद……..

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  20. सुनील कुमार साहू
    मार्च 08, 2016 @ 23:24:32

    जोरदार लगीस, मस्तुरिया जी मोर पड़ोसी हरे रायपुर प्रोफेसर कालोनी में

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  21. gautam pradhan
    मार्च 21, 2016 @ 00:11:37

    Bahut hi madhur geet hai . Geet sunkar bahut achha laga

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  22. राजकिशोर राठौर "भदौरिहा"
    अगस्त 20, 2017 @ 00:50:00

    ये गीत ला सुन के मन झूम गे, अब्बड़ सुघ्घर, मनमोहक अउ हृदय स्पर्शी गीत हे।

    जय जोहार, जय छत्तीसगढ़।

    प्रतिक्रिया

  23. Bhansingh arya
    मई 11, 2018 @ 12:49:12

    Khuman said ji vartman me Jo karyakram me gana chalata hai vah Kya uplabdha karane ki mahan kripa kare

    प्रतिक्रिया

  24. पूरनलाल साहू
    नवम्बर 16, 2019 @ 18:16:28

    Arpan pairo k dhar ka original song mamta chandrakar ki awaz me purane music aur aakao k sath wala daliye ,bahut achha hai

    प्रतिक्रिया

  25. Gajendra kumar sahu
    अक्टूबर 30, 2020 @ 00:03:24

    बढ़ सुघ्घर गाना हवे संगी ,मन एकदम शांत हो जथे

    प्रतिक्रिया

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