गाँव बस्ती हे चारी करईया
गाँव बस्ती हे चारी करईया
सुन्ना हबाय निचट अमरईया
ऐ गाँव बस्ती हे चारी करईया
सुन्ना हबाय निचट अमरईया
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आबे वो~~~
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आबे वो~~~
गाँव बस्ती हे चारी करईया (का)
सुन्ना हबाय निचट अमरईया (अच्छा)
गाँव बस्ती हे चारी करईया (हाँ हाँ)
सुन्ना हबाय निचट अमरईया
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आहूं य~~~
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आहूं य~~~
(ऐ दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आबे वो~~~)
पास आ हे तीर में बलावव कईसे या~~~~~
पास आ हे तीर में बलावव कईसे या~~~
दुरिहा ले~~ देखत रईतें~~व संगवारी~~ (होरे~~)
दुरिहा ले~~ देखत रईथ~~व संगवारी~~
गोठियावव कईसे या
गाँव बस्ती हे चारी करईया (अच्छा)
सुन्ना हबाय निचट अमरईया (गउव)
गाँव बस्ती हे चारी करईया (अच्छा)
सुन्ना हबाय निचट अमरईया
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आहूं य~~~
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आहूं य~~~
ऐ गाँव बस्ती हे चारी करईया (गउवकी)
गाँव बस्ती हे चारी करईया (अच्छा)
सुन्ना हबाय निचट अमरईया
ऐ दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आबे वो~~~
ऐ दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आबे वो~~~
(दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आहूं य~~~)
रटहा रे डारा ह फलकथे वो~~~~~
रटहा रे डारा ह फलकथे वो~~~~~
तोर सुध~~ जाथे मोला~~ संगवारी~~~
तोर सुध~~ जाथे मोला~~ संगवारी~~~
चोला तरसथ वो
गाँव बस्ती हे चारी करईया
सुन्ना हबाय निचट अमरईया
गाँव बस्ती हे चारी करईया
सुन्ना हबाय निचट अमरईया
ऐ दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आबे वो~~~
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आबे वो~~~
गाँव बस्ती हे चारी करईया
सुन्ना हबाय निचट अमरईया (ईमान से)
गाँव बस्ती हे चारी करईया (अच्छा)
सुन्ना हबाय निचट अमरईया
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आहूं य~~~
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आहूं य~~~
(हाँ हाँ हाँ हाँ
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आबे वो~~~)
नरवा के पानी ह नदिया में जा~~~य
नरवा के पानी ह नदिया में जा~~~य
तोला कई~~से बतावव~~ संगवारी~~~ (होरे~~)
तोला कई~~से बतावव~~ संगवारी~~~
ऐ मोर आँसू ह बोहाय
गाँव बस्ती हे चारी करईया
सुन्ना हबाय निचट अमरईया
गाँव बस्ती हे चारी करईया
सुन्ना हबाय निचट अमरईया
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आहूं य~~~
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आहूं य~~~
ऐ गाँव बस्ती हे चा~री करईया (अच्छा)
सुन्ना हबाय निच~ट अमरईया
गाँव बस्ती हे चारी करईया
सुन्ना हबाय निचट अमरईया
ऐ दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आबे वो~~~
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आबे वो~~~
(दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आहूं य~~~)
तेल अउ~ हरदी ला धर लेबो वो~~~~~
तेल अउ~ हरदी ला धर लेबो वो~~~~~
उहीं आमा~~ में गिंजर~~ लेबो भाँवर~~
उहीं आमा~~ में गिंजर~~ लेबो भाँवर~~
बिहाव कर लेबो वो
गाँव बस्ती हे चारी करईया
सुन्ना हबाय निचट अमरईया
गाँव बस्ती हे चारी करईया
सुन्ना हबाय निचट अमरईया
हाँ दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आबे वो~~~
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आबे वो~~~
गाँव बस्ती हे चारी करईया (गउवकी)
सुन्ना हबाय निचट अमरईया (अच्छा)
गाँव बस्ती हे चारी करईया (हूँ~)
सुन्ना हबाय निचट अमरईया
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आहूं य~~~
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आहूं य~~~
ऐ गाँव बस्ती हे चारी करईया
(सुन्ना हबाय निचट अमरईया)
गाँव बस्ती हे चारी करईया
(सुन्ना हबाय निचट अमरईया)
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आबे वो~~~
(दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आहूं य~~~)
{ऐ दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आबे वो~~~
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आहूं य~~~
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आबे वो~~~
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आहूं य~~~}
गायन शैली : ?
गीतकार : पंचराम मिर्झा
रचना के वर्ष : ?
संगीतकार : पंचराम मिर्झा
गायन : पंचराम मिर्झा, कुलवंतीन मिर्झा
एल्बम : पंचराम मिर्झा के गुरुतुर करौंदा – टी सीरीज
संस्था/लोककला मंच : ?
पंचराम मिर्झा के गुरुतुर करौंदा : एल्बम के अन्य गीत
तीर में बलाले मोला … Teer Me Balale Mola (09 नवंबर 2010)
बारी के सुन लेहु गाना … Bari Ke Sun Lehu Gana (19 सितम्बर 2010)
यहाँ से आप MP3 डाउनलोड कर सकते हैं
गीत सुन के कईसे लागिस बताये बर झन भुलाहु संगी हो …
राहुल कुमार सिंह
नवम्बर 11, 2010 @ 07:49:07
सचमुच गुरतुर हे ए करौंदा. पहिली भी सोचे रहें, ए ल पढ़के फेर बिचार होत हे के जे ढंग से गाए गए हे, तइसनहे प्रकाशित करे के साथ-साथ सिर्फ गीत रूप म भी प्रकाशित करना ठीक होही का, जइसे-
गाँव बस्ती हे चारी करईया, सुन्ना हबाय निचट अमरईया
दिन बुड़ती होही मुंधियार करौंदा चले आबे वो~~~
पास आ हे तीर में बलावव कईसे या~~~~~
दुरिहा ले देखत रईथ व संगवारी, गोठियावव कईसे या
गाँव बस्ती हे …
रटहा रे डारा ह फलकथे वो~~~~~
तोर सुध जाथे मोला संगवारी, चोला तरसथ वो
गाँव बस्ती हे …
नरवा के पानी ह नदिया में जा~~~य
तोला कई से बतावव संगवारी, ऐ मोर आँसू ह बोहाय
गाँव बस्ती हे …
तेल अउ~ हरदी ला धर लेबो वो~~~~~
उहीं आमा में गिंजर लेबो भाँवर, बिहाव कर लेबो वो
गाँव बस्ती हे …
cgsongs
नवम्बर 11, 2010 @ 08:35:50
ठीक कहात हव आप, सुझाव अच्छा हे ।
संगवारी मन ल मैं आमंत्रित करत हव कि आप मन भी राहुल जी असन गीत ल पढ़ सुन के अपन मन के अनुसार गीत रूप म रच के टिप्पणी करे बर झन भुलाहु …
manish kumar baghmare
नवम्बर 27, 2011 @ 13:01:48
BEST SONGS
mukesh chaturvedi
जनवरी 17, 2012 @ 18:27:49
mor jatan karo re mai mati mahtari au
sukh dukh ke sang chalaiya sangvari au
ye geet la dukhiya bai ha gaye have agar ye geet la kahi se bhi sulabh kara detev to apke mai abhari rahu
Keshari datan 9575616161
अक्टूबर 29, 2012 @ 06:53:33
Gadar matahi ye gana la uplode kartew ta bahut badhiya mirjha ji ke
Dhaneshwar Nirmalkar
दिसम्बर 06, 2013 @ 15:47:14
बड सुघर लगी हे गा तोर गीत हा …
Kamesh chandrakar
जून 02, 2014 @ 23:37:51
A website kabhu band jhin karihaw
Kamesh chandrakar
जून 02, 2014 @ 23:49:40
Alka chandrakar k 2-4 badiya sahi karma geet upload kara bhai mor farmaesh pura kara
Chhaliya Ram Sahani 'ANGRA'
दिसम्बर 04, 2014 @ 14:48:57
maya karaeya man ha apan radda nikal lethe .sab musibat la kaisno kar ke par kar lethe.
Anil
फरवरी 22, 2015 @ 22:48:58
Purana cg gana sun ke achha lagis.
Sushil Kumar sahu
अक्टूबर 18, 2018 @ 16:06:13
gajab he.
dilip
अक्टूबर 19, 2018 @ 13:14:24
Koi Bhi geet h download nai hothe ? Kabar