पिंजरा के सोन चिरैया, आंखी के नींद हरैया
पिंजरा के सोन चिरैया, आंखी के नींद हरैया
तैं उड़त आबे ना~ जोहत रहूं रद्दा
तैं पूछत आबे ना~ पिंजरा के~
मन मंदिर के बसैया, हो मन मंदिर के बसैया
जिनगी के रास रचैया, हो जिनगी के रास रचैया
मैं उड़त आहूं ना~ देखत रहिबे रद्दा
मैं पूछत आहूं ना~ पिंजरा के~
सनन सनन चले पुरवाही~ मन तरस-गे मैना कब आही~
सनन सनन चले पुरवाही~ मन तरस-गे मैना कब आही~
मैं बनगेंव तोर अमरैया, मैं बनगेंव तोर अमरैया
चहक जबे ना~ पिंजरा के~
पिंजरा के सोन चिरैया, आंखी के नींद हरैया
तैं उड़त आबे ना~ जोहत रहूं रद्दा
तैं पूछत आबे ना~ पिंजरा के~
मया के पांखी बांधे राजा~ मैं आहूं तोर दुवारी मा~
मया के पांखी बांधे राजा~ मैं आहूं तोर दुवारी मा~
तैं बन-जा मोर संवरिया, तैं बन-जा मोर संवरिया
मधुबन मा छाबो ना~ पिंजरा के~
मारे करेजा नैन कटारी~ कहां अरझ-गे मया के डारी~
मारे करेजा नैन कटारी~ कहां अरझ-गे मया के डारी~
मया के बोली तीर-तुर फांसा~ रद्दा मा आंखी लगाये आसा~
मया के बोली तीर-तुर फांसा~ रद्दा मा आंखी लगाये आसा~
मैं बनगेंव तोर बहेलिया
मैं बनगेंव तोर बहेलिया
मैं अरझ जाहूं-या
मैं बनगेंव तोर बहेलिया
रे मैं अरझ जाहूं-ना
पिंजरा के~
पिंजरा के सोन चिरैया, आंखी के नींद हरैया
पिंजरा के सोन चिरैया, आंखी के नींद हरैया
तैं उड़त आबे ना~ जोहत रहूं रद्दा
तैं पूछत आबे ना~ पिंजरा के~
मन मंदिर में बसैया, हो मन मंदिर में बसैया
जिनगी के रास रचैया, हो जिनगी के रास रचैया
मैं उड़त आहूं ना~ देखत रहिबे रद्दा
मैं पूछत आहूं ना~ पिंजरा के~
मोर मन के~
पिंजरा के~
मोर मन के~
पिंजरा के~
हो मोर मन के~
होय मोर मन के~
गायन शैली : ?
गीतकार : ?
रचना के वर्ष : ?
संगीतकार : ?
गायन : कुलेश्वर ताम्रकार, साधना यादव
संस्था/लोककला मंच : ?
यहाँ से आप MP3 डाउनलोड कर सकते हैं
गीत सुन के कईसे लागिस बताये बर झन भुलाहु संगी हो …
राहुल सिंह
अप्रैल 30, 2011 @ 11:32:51
पिंजरा के चिराई बर बहेलिया, पोंसे हे, धांधे हे के सिकार करिही.
shatruhansingh dhruw
मई 01, 2011 @ 09:01:32
mai aapke cg se door hoon net ke aur aapke dwara cg song sun kar accha laga
thanks,
हरख जैन पप्पू
मई 03, 2011 @ 16:19:47
छत्तीसगढ़ की संस्कृति को सहेजने का सद्प्रयास वंदन के योग्य है.
आने वाली पीढ़ी के लिए हम ऐसे ही कुछ बचाकर दें .
शुभकामनाएं ..
हरख जैन पप्पू
san
मई 05, 2011 @ 08:49:22
1 very..5. fantastic
2 very interesting.
3 Fataka he.
&
aap “PANTHI” Geeto ko bhi is site me uplbdh krane ka prayas kre.
THANKS A LOT OF
BALRAM SONWANI-9907758042
अक्टूबर 30, 2011 @ 14:41:24
cgsongs.wordpress.com ko open karte hi maan ko sukun milta hai i like this…
देवचन्द साहू
मई 13, 2021 @ 19:31:57
झिमिर झिमिर बरसे पानी दखो रे संगी देखो साथी चुचवावत हे ओरवाती, भिखम धर्मकार जी के गीत ल पुरा अपलोड करने की महान कृपा करें 🙏🙏🙏🙏🙏
Chhaliya Ram Sahani 'ANGRA'
दिसम्बर 06, 2014 @ 14:51:43
Dadariya ke bad sughghar chayan he .aap la bahut bahut dhanyvad.